
सर्दियों की ठंडी हवा जहाँ सुकून देती है, वहीं यह ब्रेन स्ट्रोक (Brain Stroke) जैसी गंभीर समस्या के खतरे को भी बढ़ा देती है।
कई शोध यह बताते हैं कि ठंड के महीनों में स्ट्रोक के मामलों में 20–30% तक वृद्धि देखी जाती है।
Varanasi के प्रसिद्ध Best Neuro Dr. Nand Ji Singh (MBBS, MS, M.CH – Neuro Specialist, Georgian Hospital)
बताते हैं कि तापमान गिरने से शरीर में कई शारीरिक परिवर्तन होते हैं, जो stroke risk को बढ़ा देते हैं।
आइए विस्तार से समझते हैं — Why Does the Risk of Stroke Increase During Winter?
स्ट्रोक क्या होता है? (What is a Stroke?)
स्ट्रोक तब होता है जब दिमाग में ब्लड फ्लो अचानक रुक जाता है या बहुत कम हो जाता है,
जिससे मस्तिष्क की कोशिकाएँ ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की कमी से मरने लगती हैं।
मुख्य रूप से दो प्रकार के स्ट्रोक होते हैं:
- Ischemic Stroke – जब ब्लड क्लॉट (थक्का) नसों को ब्लॉक कर देता है।
- Hemorrhagic Stroke – जब नस फट जाती है और ब्लड लीक होकर दिमाग के टिश्यू को नुकसान पहुँचाता है।
सर्दियों में दोनों प्रकार के स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन ख़ासकर Ischemic Stroke ज़्यादा देखने को मिलता है।
ठंड के मौसम में स्ट्रोक का खतरा क्यों बढ़ता है?
1. ब्लड प्रेशर का बढ़ना
सर्दियों में शरीर तापमान बनाए रखने के लिए रक्त वाहिकाओं (blood vessels) को सिकोड़ देता है।
इससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है — और यही स्ट्रोक का सबसे बड़ा ट्रिगर है।
2. ब्लड क्लॉट बनने की संभावना बढ़ना
ठंडे मौसम में ब्लड गाढ़ा हो जाता है (viscosity बढ़ती है)।
इससे रक्त थक्के बनने की संभावना बढ़ जाती है, जो मस्तिष्क की नसों को ब्लॉक कर सकता है।
3. शारीरिक गतिविधि में कमी
सर्दियों में लोग कम चलते-फिरते हैं, जिससे metabolism धीमा होता है,
वजन बढ़ता है और रक्त संचार असंतुलित हो जाता है — ये सब स्ट्रोक के जोखिम कारक हैं।
4. हार्ट फंक्शन पर असर
ठंड में हार्ट को ब्लड पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
हाई ब्लड प्रेशर और हृदय पर बढ़ा दबाव स्ट्रोक की संभावना को दोगुना कर देता है।
5. डिहाइड्रेशन (पानी की कमी)
सर्दियों में प्यास कम लगती है, लेकिन शरीर में पानी की कमी से
ब्लड गाढ़ा हो जाता है — यह भी stroke risk factor है।
किन लोगों को सर्दियों में स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है?
Dr. Nand Ji Singh के अनुसार, निम्नलिखित लोगों को विशेष सावधानी रखनी चाहिए:
- उच्च रक्तचाप (High BP) वाले व्यक्ति
- डायबिटीज़ (Diabetes) से पीड़ित लोग
- हार्ट डिजीज़ के मरीज
- स्मोकिंग या एल्कोहल सेवन करने वाले
- बुजुर्ग व्यक्ति (Above 60 years)
- जिनको पहले कभी मिनी स्ट्रोक या TIA (Transient Ischemic Attack) हुआ हो
ठंड में स्ट्रोक से बचने के उपाय (Prevention Tips)
1. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखें
- रोज़ाना BP चेक करें।
- नमक और जंक फूड कम खाएँ।
- स्ट्रेस से बचें और नींद पूरी लें।
2. पर्याप्त पानी पिएँ
- सर्दियों में भी दिनभर में 6–8 गिलास पानी पिएँ।
- सूप, हर्बल टी या गुनगुना पानी अच्छे विकल्प हैं।
3. नियमित व्यायाम करें
- रोज़ाना 30 मिनट टहलें या योग करें।
- हल्की स्ट्रेचिंग और breathing exercises मददगार हैं।
4. धूप लें और Vitamin D बनाए रखें
- सुबह की धूप न केवल हड्डियों बल्कि ब्लड सर्कुलेशन के लिए भी ज़रूरी है।
5. Smoking और Alcohol से दूरी बनाएं
- ये दोनों ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुँचाते हैं और स्ट्रोक रिस्क बढ़ाते हैं।
6. स्वस्थ आहार लें
- फल, सब्ज़ियाँ, whole grains, और healthy fats (जैसे olive oil, nuts) शामिल करें।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड (मछली या flax seeds) दिमाग के लिए फायदेमंद हैं।
Georgian Hospital – Best Neurologist Hospital near me
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विशेषज्ञ डॉक्टर – Dr. Nand Ji Singh
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अस्पताल की मुख्य सुविधाएँ
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यहाँ आधुनिक तकनीक और मानवीय देखभाल का सुंदर मेल है।
स्ट्रोक के शुरुआती लक्षण पहचानें (Early Signs of Stroke)
स्ट्रोक के समय हर सेकंड मायने रखता है।
Dr. Nand Ji Singh कहते हैं — “जितनी जल्दी मरीज अस्पताल पहुँचेगा, उतनी ही रिकवरी की संभावना बढ़ेगी।”
FAST Rule याद रखें:
| संकेत | मतलब |
| F – Face Drooping | चेहरे का एक हिस्सा झुक जाना |
| A – Arm Weakness | एक हाथ में कमजोरी या सुन्नपन |
| S – Speech Difficulty | बोलने में कठिनाई या अस्पष्ट आवाज़ |
| T – Time to Call Help | तुरंत हेल्पलाइन या डॉक्टर को कॉल करें |
ठंड में स्ट्रोक से बचाव के लिए जीवनशैली टिप्स
- रोज़ाना थोड़ी पैदल चाल (Walking) करें
- सर्दी से बचने के लिए सिर और कान ढकें
- मानसिक तनाव कम करें — मेडिटेशन करें
- नींद पूरी लें (7-8 घंटे)
- ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल की नियमित जांच कराएँ
डॉ. नंद जी सिंह की विशेषज्ञ सलाह
“स्ट्रोक सिर्फ बुजुर्गों का रोग नहीं है, बल्कि युवा वर्ग में भी अब इसके मामले बढ़ रहे हैं।
ठंड के मौसम में ब्लड प्रेशर और हार्ट हेल्थ पर खास ध्यान रखें।
हल्की चक्कर या शरीर के किसी हिस्से में सुन्नपन को नज़रअंदाज़ न करें — यह चेतावनी संकेत हो सकता है।”
— Dr. Nand Ji Singh, Best Neuro Dr in Varanasi, Georgian Hospital
FAQs – ठंड में स्ट्रोक के खतरे से जुड़े आम सवाल
Q1. सर्दियों में स्ट्रोक का खतरा क्यों बढ़ जाता है?
ठंड में ब्लड प्रेशर बढ़ता है, ब्लड गाढ़ा होता है और हार्ट पर ज़्यादा दबाव पड़ता है — ये सभी स्ट्रोक रिस्क फैक्टर्स हैं।
Q2. क्या ठंड में स्ट्रोक से बचा जा सकता है?
हाँ, ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखकर, नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और डॉक्टर की सलाह से इसे रोका जा सकता है।
Q3. स्ट्रोक होने पर सबसे पहले क्या करें?
यदि किसी व्यक्ति में स्ट्रोक के लक्षण दिखें तो तुरंत अस्पताल ले जाएँ।
Georgian Hospital, Varanasi में 24×7 Neuro Emergency Care उपलब्ध है।
Q4. क्या सर्दियों में युवाओं को भी स्ट्रोक हो सकता है?
हाँ, अगर कोई व्यक्ति धूम्रपान करता है, अनियमित दिनचर्या रखता है या स्ट्रेस में रहता है, तो उसे भी खतरा हो सकता है।
